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नासिर मोहम्मद

शुगर से निजात

पता

मालेगांव जिला नासिक, महाराष्ट्र, भारत

सबसे पहले तो मैं आदरणीय गोविंदराम जी बजाज को धन्यवाद देना चाहता हूँ जिन्होंने मुझे गुरुदेव के ध्यान की विधि बताई जिससे मुझे शुगर की बीमारी से निजात मिली।

  • मैं, मोहम्मद नासिर, (आयु 40 साल) शुगर की बीमारी होने से पहले काफी तंदुरस्त था। मैं 2009 से दुबला और कमजोर होने लगा। फिर अक्टूबर 2010 में डाॅक्टर के कहे अनुसार खून और पेशाब टेस्ट करवाया, तब मुझे डाॅक्टर ने कहा कि आपको शुगर है और कहा कि यह बीमारी कभी खत्म नहीं होगी। डाॅक्टर ने मुझे रोजाना सुबह-शाम गोली खाने की सलाह दी और लिखकर दे दिया।

  • जनवरी 2011 के आखिर तक दवाई लिया करता था मगर शुगर कोई खास कंट्रोल नहीं हुई। क्योंकि टेस्ट में मेरा शुगर लेवल 382 था और पेशाब में 4 प्लस था।

जनवरी 2011 के आखिर में मेरी मुलाकात श्री गोविंदराम जी बजाज से हुई। बातों ही बातों में मैंने उन्हें मेरी शुगर की बीमारी के बारे में बताया। तब उन्होंने समर्थ सद्‌गुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग के बारे में बताया कि नासिर भाई बिना पैसे का इलाज है, अगर आप करो तो गुरुदेव की कृपा से आपकी बीमारी समाप्त हो जाएगी। तब मैंने उनसे पूछा कि आप मुझे ध्यान करने का तरीका बताइए, मैं ध्यान करूँगा। फिर उन्होंने मुझे ध्यान करने का तरीका बताया और कहा कि नासिर भाई आप प्रतिदिन सुबह-शाम 15 मिनट का ध्यान करो और ध्यान में, मन ही मन गुरुदेव से यह कहो कि हे गुरुदेव! मेरे शरीर में जो शुगर की बीमारी है, आप उसे मेरे शरीर से निकाल दो।
  • मैंने गुरुवार से गुरुदेव का ध्यान चालू किया और चार-पांच दिन के बाद से मुझे आराम मिलनेे लगा। उसके बाद गोविंदराम जी ने मुझे श्री गुरुदेव की सीडी भेजी, और कहा की नासिर भाई आप सीडी को शुरू से देखो और जब गुरुदेव मंत्र सुनाएं, उस मंत्र को जपते हुए ध्यान करो, मैंने उसी दिन सीडी देखकर ध्यान शुरू किया। 9-10 मिनट में ही मुझे अपने शरीर में अजीब सी क्रियाएं महसूस होने लगी। मगर घबराया नहीं, मुझे समझ में आ गया था क्योंकि गुरुदेव ने अपने प्रवचन में कहा कि ध्यान के दौरान आपके शरीर में किसी प्रकार की हलचल हो तो घबराना मत और ध्यान मत छोड़ना।

  • 15 मिनट ध्यान लगा रहा मानो मेरा शरीर हल्का हो गया। मुझे ऐसा लगा कि गुरुदेव मेरे साथ है और मुझसे कह रहे हैं कि बालक घबरा मत, हम हैं न तेरे साथ। मैं तेरी सारी समस्याओं का अंत कर दूँगा। आप जब भी सच्चे मन से मेरा ध्यान करोगे तो गुरुदेव आपके साथ हैं। और हाँ जाते समय गुरुदेव ने इतना जरूर कहा कि बालक यह तेरा पहला मंत्र ध्यान है, अब ध्यान से बाहर आ जाओ। अब हम जा रहे हैं और गुरुदेव इतना कह कर चले गए। कुछ समय बाद मेरा स्वतः ही ध्यान खुल गया। जब मैं ध्यान से बाहर आया तो मुझे खूब पसीना निकला हुआ था। फिर 1-2 मिनट के बाद खुद को स्वस्थ पाया। उस दिन से मैं हमेशा 15 मिनट का ध्यान करता हूँ।

  • अभी मैंने मेरा शुगर टेस्ट करवाया तो ब्लड में 152 शुगर है। और पेशाब में वन प्लस है। मैं अपने अनुभव के साथ मेरी पहली रिपोर्ट और अभी की करन्ट रिपोर्ट भेज रहा हूँ। अगर आप भी किसी बिमारी या समस्या से परेशान हो तो गुरुदेव से दीक्षा लेकर उनका ध्यान करो। मुझे पूरा विश्वास है कि गुरुदेव आपकी समस्या या बीमारी जरूर दूर करेंगे।

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