Image रामाराम पटेल

रामाराम पटेल

बवासीर (मस्सा) व शराब से छुटकारा

पता

रामाराम पटेल (उम्र 38 वर्ष) व्यवस्थापक शनिश्चरजी थान, चौपासनी रोड़, जोधपुर

मैं जन्म से ही वंशानुगत बवासीर (मस्से) की तकलीफ से पीड़ित था। दवाईयाँ भी लेता रहता था, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। फिर मैंने डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने कहा कि आपको ऑपरेशन करवाना पड़ेगा। मैंने डॉ. से पूछा कि ऑपरेशन से रोग ठीक हो जाएगा? फिर रोग वापस नहीं होगा? तो डॉ. साहब ने कहा कि वापस हो भी जावे और नहीं भी हो, कुछ कहा नहीं जा सकता। फिर मैं बिना ऑपरेशन कराये ही घर आ गया। 1992 या 1993 की बात है, किसी ने पूज्य सदगुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग की शक्तिपात दीक्षा के बारे में बताया कि गुरुदेव का ध्यान करने से सभी रोग ठीक हो जाते हैं तो मैंने गुरुदेव से दीक्षा लेकर ध्यान लगाना शुरू किया।

  • नियमित संजीवनी मंत्र का जाप व ध्यान से मुझे स्वतः ही योग होने लगा और इस पीड़ा से मैं सदा-सदा के लिए मुक्त हो गया। उसके बाद से आज दिनांक 5 मई 2008 तक कोई तकलीफ नहीं हुई तथा मैं आज गुरुकृपा से पूर्णतः स्वस्थ हूँ।

  • गुरुदेव मेरे भगवान बनकर आए। अन्यथा मैं इस बीमारी के कारण हर समय परेशान रहता था। किसी काम में मन नहीं लगता था। आज मेरी उम्र 38 वर्ष है। मैं शनिश्चर जी का थान जोधपुर में व्यवस्थापक हूँ। गुरु कृपा से जीवन आनन्दमय चल रहा है।

गुरुदेव मेरे लिए भगवान बनकर आए। गुरुदेव की कृपा से मैं इस बीमारी तथा शराब की लत से मुक्त हुआ। आज गुरु कृपा से जीवन आनन्दमय चल रहा है।
  • पहले मैं शराब का आदी था, हर समय शराब के नशे में रहता था। लोगों से बिना कारण झगड़ता रहता था। गुरु कृपा से आज शराब मुक्त हूँ।

  • वृत्ति परिवर्तन होने से ऐसा बदलाव आ गया कि शराब पिये हुए व्यक्ति के पास तक नहीं बैठ सकता।

  • मेरी यही राय है कि 'पहला सुख निरोगी काया' कहावत को यदि चरितार्थ देखना चाहते हो तो दुनिया में केवल मात्र एक ही स्थान है

  • पूज्य गुरुदेव श्री रामलाल जी के चरणों में नमन। मेरी बीमारी केवल गुरुदेव द्वारा दिये मंत्र जाप व ध्यान से ठीक हुई।


पूज्य गुरुदेव श्री रामलाल जी के चरणों में नमन। मेरी बीमारी केवल गुरुदेव द्वारा दिये मंत्र जाप व ध्यान से ठीक हुई।

Share